।। दोहा ।।
राम किसी को मारे नहीं, नहीं है पापी राम।
अपने आप मर जावसी, कर कर खोटा काम।
"भजन"
काया सुनी सुनी लागे,
मारा गुरुजी बिना,
गुरासा बिना सत गुरुजी बिना,
गुरासा बिना सत गुरुजी बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।
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| kaya suni suni lage mara guruji bina bhajan lyrics |
मन्दिर महल भवन सब सुना,
दीपक ज्योत बिना,
ग्यान बिना यो ह्रदय सुना,
धरती ईन्दर बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।
माल खजाना दोलत सुना,
ये सब धर्म बिना,
अरे पुत्र बिना परिवार हैं सुना,
या चिडिया घर बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।
हंस बिना सरवरीया सुना,
ये घोङा जिण बिना,
अरे नाव तो केवट बिन सुनी,
यो केवटी राम बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।
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| काया सुनी सुनी लागे मारा गुरुजी बिना भजन लिरिक्स |
माया तो मनका बिन सुनी,
या भक्ति भाव बिना,
हरी भजन तो कर ले हजारी,
अरे लालच लोभ बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।
काया सुनी सुनी लागे,
मारा गुरुजी बिना,
गुरासा बिना सत गुरुजी बिना,
गुरासा बिना सत गुरुजी बिना,
काया सुनी सुनी लागें,
मारा गुरुजी बिना।।



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