तुम मेरी राखो लाज हरि भजन लिरिक्स || Tum-meri-Rakho-laaj-hari bhajan lyrics

-तुम मेरी राखो लाज हरि-


तुम मेरी राखो लाज हरि

तुम मेरी राखो लाज हरि

Tum-meri-Rakho-laaj-hari
तुम मेरी राखो लाज हरि भजन लिरिक्स

तुम जानत सब अंतर्यामी
तुम जानत सब अंतर्यामी
करनी कछु न करी

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि

औगुण मौसे बिसरत ना हीं
औगुण मौसे बिसरत ना हीं
पल छिन घरी घरी

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि

तुम मेरी राखो लाज हरि भजन लिरिक्स
Tum-meri-Rakho-laaj-hari bhajan lyrics

दारा, सुत, धन, मोह लिये हों
दारा, सुत, धन, मोह लिये हों
सुध-बुध सब बिसरी
तुम मेरी राखो लाज हरि

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि

सूर पतित को बेगि उदारो
सूर पतित को बेगि उदारो
अब मेरी नांव भरी
तुम मेरी राखो लाज हरि

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि



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