होगा तू भगवान किसी का लिरिक्स || hoga tu bahgwan kisi ka lyrics

होगा तू भगवान किसी का लिरिक्स || hoga tu bahgwan kisi ka lyrics-

-दोहा-

दीनानाथ दयालु का भला मिला सहयोग।
प्रभु तुम तारोंगे नहीं तो हंसी करेंगे लोग।।
 

यह तो मैंने माना है सारे जहां में प्रभु तेरी प्रभुता ही है।
मेरी भी बिगड़ी बना दो तूने लाखों की बनाई है।।
 

।।भजन।।

होगा तू भगवान किसी का-२
कि मेरा तो भगवान नहीं है , मानव हु पर मान नहीं है
जिंदा हूं पर जान नहीं है मानव हु पर मान नहीं है

होगा तू भगवान किसी का
कि मेरा तो भगवान नहीं है मानव हु पर मान नहीं है।।टेर।।


बांट रहे तुम बड़े ध्यान से , आंख मीच कर तुम बांटो
मैं भी खड़ा प्रभु तेरी लाइन में , क्यों मेरा नंबर काटो-२
खाली जाऊंगा तेरे द्वार से , क्या मेरा अपमान नहीं है
मानव हु पर मान नहीं है।।

होगा तू भगवान किसी का
कि मेरा तो भगवान नहीं है मानव हु पर मान नहीं है।।टेर।।


माया लीला अजब अनोखी, सजे द्वार पर आते हैं
हाथी पर चढ़कर के देखो गधे भी हलवा खाते हैं
यह तो मेरी मजबूरी , तेरा कोई एहसान नहीं है
मानव हु पर मान नहीं है।

होगा तू भगवान किसी का
कि मेरा तो भगवान नहीं है मानव हु पर मान नहीं है।।टेर।।


सारे जहां की कीरति का प्रभु , माथे बांदा शेहरा है
आन कड़े हम तेरे द्वार पर , डाल दिए प्रभु डेरा है
खाली जाऊंगा तेरे द्वार से , क्या मेरा अपमान नहीं है
मानव हु पर मान नहीं है।

होगा तू भगवान किसी का
कि मेरा तो भगवान नहीं है मानव हु पर मान नहीं है।।टेर।।

 

गायक-स्व. श्री जगन्नाथ जी सुथार(चावण्डिया)

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