ना मालूम किसने बहकाया पवनसुत अब तक नहीं आया भजन लिरिक्स || na malum kisne bahkaya pawansut ab tak nahi ayaa bhajan lyrics || mcbmusic

ना मालूम किसने बहकाया पवनसुत अब तक नहीं आया भजन लिरिक्स || na malum kisne bahkaya pawansut ab tak nahi ayaa bhajan lyrics || mcbmusic -

( भजन )

ना मालूम किसने बहकाया , पवनसुत अब तक नहीं आया।
अब तक नही आया पवनसुत अब तक नही आया...

देख दशा जब लखन लाल की,बोल उठे रघुवीर।
उठो मेरे भैया मुख से बोलो, कहाँ लग्यो तेरे तीर,।
नीर नयनों में भर आया,पवनसुत अब तक नहीं आया,।।

ना मालूम किसने बहकाया,पवनसुत अब तक नहीं आया।
अब तक नही आया पवनसुत अब तक नही आया...

हमको तो वनवास मिला था,माता के मतिमंद,
तुम तो भैया प्रेम की ख़ातिर कियो हमारे संग,
पिता ने बहुत समझाया,पवनसुत अब तक नहीं आया,

ना मालूम किसने बहकाया,पवनसुत अब तक नहीं आया।
अब तक नही आया पवनसुत अब तक नही आया...

तुम तो भैया सुख से सोते , तन की सुध बुध नही।
मेघनाथ रावण का लड़ला, मुझसे लड़ा ना जाई।।
मुनि ने बहुत समझाया ,पवनसुत अब तक नहीं आया,

ना मालूम किसने बहकाया,पवनसुत अब तक नहीं आया।
अब तक नही आया पवनसुत अब तक नही आया...

अवधपुरी में जाकर भैया , कैसे मुख दिखलाऊँ,।
लोग कहें त्रिया के खातिर , वंश का नाश कराऊं।।
तुलसीदास ने यश गाया , पवनसुत अब तक नही आया

ना मालूम किसने बहकाया,पवनसुत अब तक नहीं आया।
अब तक नही आया पवनसुत अब तक नही आया...


( गायक - भगवत सुथार )




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