आज मंगलवार है, महावीर का वार है ।।हनुमान भजन।।

।।भजन।।


आज मंगलवार है, महावीर का वार है ।

सच्चे मन से जो कोई ध्यावे, उसका बेड़ा पार है ॥ टेर ।।

Aaj mangalwar he balaji ka war he bhajan lyrics

चैत सुदी पूनम मंगल को, जन्म वीर ने पाया है ।

लाल लंगोटा हाथ में घोटा, सिर पर मुकुट सजाया है ।

शंकर का अवतार है, महावीर का वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...१ ॥

ब्रह्माजी से ब्रह्मज्ञान का, बल भी तुमने पाया है ।

राम काज शिवशंकर ने, बानर का रूप धराया है ।

लीला अपरम्पार है, महावीर का वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...२ ॥

पूरब मांही लाली छाई, बजरंग को मन ललचायो है ।

गोद छोड़ जल्दी से ध्यायो, सूरज मुख में छिपायो है ।

बल का नहीं खुमार है, महावीर का वार है ।

॥ सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...३।।

Mcbmusic

देवादल स्तुति कीनी, पवन देव संग आयो है ।

छोड्यो सूरज हुयो उजालो, जै-जैकार मनायो है ।

देव दिया वरदान है, महावीर को वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...४ ।।

बालापन में महावीर ने, हरदम उधम मचाया है ।

श्राप दिया ऋषियों ने तुमको, बल का ध्यान भुलाया है

राम नाम आधार है, महावीर का वार है ।

॥ सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...५॥

राम तिलक जब हुआ अयोध्या, कैसा नाच दिखाया है ।

कहा राम ने लक्ष्मण से, यह बानर मन को भाया है ।

राम चरण से प्यार है, महावीर का वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...६ ॥

हनुमानभजन

पंचवटी से सीता को जब, रावण लेकर आया है ।

लंका में जाकर फिर तुमने, माता का पता लगाया है ।

अक्षय को दिया मार है, महावीर का वार है ।

।।सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...७।।

मेघनाथ ने ब्रह्मपाश में, तुमको आन फंसाया है ।

ब्रह्मपाश में फंस करके, ब्रह्मा का मान बढ़ाया है ।

बजरंग की बाँकी मार है, महावीर का वार है ।

।।सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...८।।

लंका जलाई आपने तब, रावण भी घबराया है ।

श्री रामचन्द्र को आकर, सिया सन्देश सुनाया है ।

सीता शोक अपार है, महावीर का वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...९ ॥

आज मंगलवार है भजनं लिरिक्स

शकि-बाण लग्यो लक्ष्मण के, बूंटी लाने धाये हैं ।

संजीवन बूंटी लाकर, लक्ष्मण के प्राण बचाये हैं।

राम-लखन का प्यार है, महावीर का वार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...१०।।

राम चरण में महावीर ने, हरदम ध्यान लगाया है ।

राम तिलक में महावीर ने, सीना फाड़ दिखाया है ।

सीने में सीता राम है, मन में प्रेम अपार है ।

सच्चे मन से ध्यान लगा ले, तेरा बेड़ा पार है ।

।। सच्चे मन से जो कोई ध्यावे...११।।

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