मन्दिर जाती मीरा ने, साँवरियो मिल गयो रे ।।मीराबाई भजन।।

 

 ।। भजन ।।

मन्दिर जाती मीरा ने, साँवरियो मिल गयो रे ।

गिरधर जादू कर गयो रे ।। टेर ।।

मन्दिर जाती मीरा ने भजन लिरिक्स

राणो मीरा न समझावै, काई होयो मीरा क्यूँ ना बतावै ।

फीका पड़ गया नयन, फरक बोली में पड़ गयो रे ।

।। गिरधर जादू कर गयो रे.....।।

आज मिल्या म्हाने गिरधारी, मन की बातां पूछी सारी।

नैना कर गयो चार, के दिल पे तालो जड़ गयो रे ।

।। गिरधर जादू कर गयो रे...।।

राजस्थानी भजन लिरिक्स

राणो मीरा न समझावै, बड़ा घरां की रीत बताबै ।

कुल के लागे दाग, पति जिंवतों ही मर गयो रे ।

।। गिरधर जादू कर गयो रे...।।

श्याम सुन्दर है पति म्हारा, सारे जग का वो रखवारा ।

गावै 'मस्त-मण्डल' मीरा न, मोहन मिल गयो रे ।

।।गिरधर जादू कर गयो रे...।।

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