कीर्तन की है रात बाबा आज थानै आणो है।।खाटू श्याम भजन।।
( तर्ज : एक तेरा साथ...)
कीर्तन की है रात, बाबा आज थानै आणो है,
थानै कोल निभाणो है ।। टेर ।।
कीर्तन की है रात बाबा आज थानै आणो है।।खाटू श्याम भजन।।
दरबार साँवरिया, ऐसो सज्यो प्यारो, दयालु आपको,
सेवा में साँवरिया, सगला खड्या डीकै, हुकुम बस आपको,
सेवा म थारी, सेवा म थारी, म्हानै आज बिछ जाणो है ॥
थानै कोल निभाणो.....
कीर्तन की है रात, बाबा आज थानै आणो है,
थानै कोल निभाणो है ।। टेर ।।
कीर्तन की है त्यारी, कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यूँ देर करो,
वादो थारो दाता, कीर्तन म आणै को, धणी क्यूँ देर करो,
भजनां तूं थाने, भजनां तूं थाने, म्हानै आज रिझाणो है ॥
।। थानै कोल निभाणो....
कीर्तन की है रात, बाबा आज थानै आणो है,
थानै कोल निभाणो है।।टेर ।।
जो कुछ बण्यो म्हांसू, अर्पण प्रभु सारो, प्रभु स्वीकार करो,
नादान तूं गलती होती ही आई है, प्रभु मत ध्यान धरो,
'नन्दो' साँवरिया, 'नन्दो' साँवरिया, थारो दास पुराणो है ।।
थानै कोल निभाणो...
कीर्तन की है रात, बाबा आज थानै आणो है,
थानै कोल निभाणो है ।। टेर ।।
【 सुमिरन दीप जलाय के, धरूँ हृदय मे ध्यान ।
शरण पड़े की लाज रख, खाटू के घनश्याम ।। 】
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