दोहा
श्रद्धा रखो जगत के लोगों अपने दीनानाथ पे
लाभ हानि, जीवन और मृत्यु सबकुछ उसके हाथ
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
बाल ना बांका होता जिसका रक्षक दया निधान
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
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मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान भजन लिरिक्स |
त्याग दो भाई कल की आशा, स्वार्थ बिना प्रीत जोड़ो
कल क्या होगा उसकी चिंता जगत पिता पर छोड़ो
क्या होनी है क्या अनहोनी, सबका उसको ज्ञान
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
जल थल अग्नि आकाश गगन पर केवल उसकी सत्ता
प्रभु इच्छा के बिना यहाँ पर हिल ना सके एक पत्ता
उसकी सोचा यहां पे होता, उसकी शक्ति महान
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान
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