खुल्ला खुल्ला केश माँ की सूरत लुभावनी भजन लिरिक्स ।। khulla khulla kesh maa ki surat lubhavni bhajan lyrics

खुल्ला खुल्ला केश माँ की सूरत लुभावनी भजन लिरिक्स ।। khulla khulla kesh maa ki surat lubhavni bhajan lyrics - 

( भजन )

खुल्ला खुल्ला केश, माँ की सूरत लुभावनी,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

ग्यारहवीं सदी के माइ, देपा चारण के घर माई
कन्या जन्मी सात, ज्यांकि सूरत लुभावनी,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

सबसे बड़ी बिजासन माता, इंदरगढ़ पूजवाई सा,
दूजी कन्या रामगढ़ में, बैठी रामा बाई सा,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

तीजी कन्या लाल बाई, डूंगरगढ़ पूजवाई सा,
बरवाडा की चौथ भवानी, चौथी बहन बताई सा,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

धाम करोली कैलादेवी, पंचम बहन बताई सा,
मारवाड़ रा देशनोक में, बैठी करणी बाई सा,
करणी संग गुलाब बाई, देशनोक में पूजवाई सा
सांतो बहन कुवारी ज्यांकि, जग में जोत सवाई सा,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

देश धर्म हित सातो कन्या, जन्मी राजस्थान में,
लखन भारती मां माया की, झांकी छे सुहावनी,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।

खुल्ला खुल्ला केश, मां की सूरत लुभावनी,
भक्ता के आजाजो, ये थे सातो बहना पावणी।।


( गायक - हेमराज राव )



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