[तर्ज पुरवा सुहानी आई रे]
राम कहानी सुनो रेऽऽऽ राम कहानी,
कहत सुनत आवेऽऽऽ अँखियों में पानी ।
श्रीराम जय राम जय-जय राम || टेर ॥
दशरथ के राज दुलारे, कौशल्या की आँख के तारे ।
गये सूर्यवंश के सूरज, गये रघुकुल के उजियारे ।
राजीव नयन बोलेऽऽऽ, मधुभरी वाणी ।
।।राम कहानी सुनो रे....।।
शिव-धनुष भंग प्रभु करके, ले आये सीता वर के ।
घर त्याग भये बनवासी, पिता की आज्ञा सिर धर के।
लखन-सिया के संगऽऽऽ, छोड़ी राजधानी ।
।।राम कहानी सुनो रे....।।
छल भेष भिक्षु का धर के, भिक्षा का आग्रह करके ।
उस जनकसुता सीता को, छल-कपट से ले गया हर के ।
बड़ा दुःख पाईऽऽऽ, राजा राम जी की रानी ।
।।राम कहानी सुनो रे....।।
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Mcbmusic |
श्रीराम ने मोहे पठायो, मैं रामदूत बन आयो ।
सीता माँ की सेवा में, रघुवर को सन्देशो ल्यायो ।
और संग लायोऽऽऽ, प्रभु मुद्रिका निशानी ।
।। राम कहानी सुनो रे.....।।
श्रीराम जयराम जय-जय राम, श्रीराम जयराम जय-जय राम।।
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