ले हाथ ढाल तलवार मुठ मजबूती भजन लिरिक्स||le hath thal talwaar mutthi majbuti bhajan lyrics

ले हाथ ढाल तलवार मुठ मजबूती भजन लिरिक्स||le hath thal talwaar mutthi majbuti bhajan lyrics

ले हाथ ढाल तलवार,

मुठ मजबूती,2

धर दे चामुंडा,

राजपूतो में मजबूती ।


मुगलो की फौज,

मेवाड़ देश चढ़ आई,2

गढ़ गेर लिया चित्तोड़,

घटा सु छाई ।


मुगलो की जिसने,

दे डाली आहुत,2

धर दे चामुंडा,

राजपूतो में मजबूती ।


हल्दी घाटी में जो,

तलवार चला,2

गीतामा हो तुम्हारी,

जगदम्बा मन माई ।


स्वाहुवा गोर कम,

साणी चड़िबा रोक,2

बिजली ज्यू चमके,

तेज खनक बा लागी ।


इण मारवाड़ में बलियारी,

आ धरती सूरा वीरा री ।


एक समय में,

पृथ्वीराज खांडा खड़काया,2

आखियो से अँधा,

फिर भी बाण चलाया ।


अब सुणलो धरकर ध्यान,

सुनाऊ कहान,2

ओ धरती पर किना,

नाम झांसी की रानी ।


अब याद हमें,

महाराज की आती है,2

आखियो से नदिया,

नीर धीर बहती है ।


सारा पेहली,

मात मनाऊ आजा,2

सुते सेरो को,

फिर से आन जगा जा ।


भक्ति मंडल,

प्रस्तुति करता तेरी,2

तुम सहाय करो,

जगदम्बा मात माई ।


ले हाथ ढाल तलवार,

मुठ मजबूती,2

धर दे चामुंडा,

राजपूतो में मजबूती ।



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