लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके भजन लिरिक्स||lal lal junari me moti chamke bethi re bhawani mari bandhan ke bhajan lyrics
श्लोक
जन्म कारणे भई जननी भोग कारण भारिया
दुखी कारण भई दुर्गा अंत काल की कालका
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके2
कई रे बतावा थाने भगता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे।
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया कमाल रे।
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके2
कई रे बतावा थाने भगता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे।
ऊँचा पर्वत धाम प्यारो
घाटाराणी थारो नाम प्यारो
आंधा ने गेला बतावे रे
ऐसी मारी मैया रो कमाल रे
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
लाल चुनड़ी सोवे प्यारी
सिंघ सवारी माँ सजी प्यारी
बाजड़िया री गोंद भरावे रे
ऐसी मारी मैया विशाल रे
बाजड़िया री गोंद भरावे रे
ऐसी मारी मैया विशाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
संकट हरणी मैया मंगल करणी
मात भवानी मारी तारण तरणि2
संकट हरणी मैया मंगल करणी
मात भवानी मारी तारण तरणि2
लूलिया पगा चावे है ऐसी मारी मैया रो क़माल रे2
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
जन्म कारणे भई जननी भोग कारण भारिया
दुखी कारण भई दुर्गा अंत काल की कालका
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके2
कई रे बतावा थाने भगता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे।
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया कमाल रे।
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके2
कई रे बतावा थाने भगता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे।
ऊँचा पर्वत धाम प्यारो
घाटाराणी थारो नाम प्यारो
आंधा ने गेला बतावे रे
ऐसी मारी मैया रो कमाल रे
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटाराणी मैया रो कमाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
लाल चुनड़ी सोवे प्यारी
सिंघ सवारी माँ सजी प्यारी
बाजड़िया री गोंद भरावे रे
ऐसी मारी मैया विशाल रे
बाजड़िया री गोंद भरावे रे
ऐसी मारी मैया विशाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
संकट हरणी मैया मंगल करणी
मात भवानी मारी तारण तरणि2
संकट हरणी मैया मंगल करणी
मात भवानी मारी तारण तरणि2
लूलिया पगा चावे है ऐसी मारी मैया रो क़माल रे2
काई रे बतावा थाने भक्ता
घाटा राणी मैया रो कमाल रे
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे भवानी मेरी बण्ठनके
लाल लाल चुनड़ी में मोती चमके
बैठी रे ज्वाला मारी बण्ठनके
माथे फुला वालो गजरों
इसी मारी मैया विशाल रे।
गायक-नारायण सेन
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