अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा भजन लिरिक्स ।। are man musafir niklna padega lyrics ।। mcb music

अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।

भाडे के क्वाटर को तू क्या सम्भाले,
जिस दिन तुझे घर का मालिक निकाले।
उसका किराया भी भरना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।।

अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।

आयेगा नोटिस जमानत ना होगी,
पल्ले अगर कुछ अमानत ना होगी।
होकर के कैद तुझे चलना पड़ेगा।
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।।

अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।

यमराज की जब , अदालत चढ़ोगे,
पूछेगा हाकिम तो तुम क्या कहोगे।
पापो की अग्नि में जलना पड़ेगा।।
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।।

अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।

मिक्षु कहे मन फिरेगा तू रोता
लख चौरासी में , खायेगा गोता
फिर फिर जन्म और मरना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।।

अरे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा
काया कुटी खाली करना पड़ेगा।


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