भजन
( बसों मेरे नैनं में नन्दलाल )
मोहनी मुरती मद भरी सुरत,
नैना बने विसार,
नैनं में नन्दलाल........
बसों मेरे नैनं में नन्दलाल..........
अधर सुधारस मुरली राज।
पुर बेजंती माल।।
शुद्र घटीकाय कटी तात शोभित ।
नेना बड़े है विशाल ।।
नैनं में नन्दलाल..........
बसों मेरे नैनं में नन्दलाल........
मीरा प्रभु संततन सुख दाई ।
भगत वत्सल गोपाल ।।
नैनं में नन्दलाल........
बसों मेरे नैनं में नन्दलाल........
(गायक - संगीत सम्राट उदय लाल जी )
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